ऊना। भष्ट्राचार प्रदेश के सरकारी कार्यालयों में घर करता जा रहा है। यही वजह है कि रिश्वत लेते अधिकारियों और कर्मचारियों के पकड़े के मामले सामने आ रहे हैं। यह सुशासन के रास्ते में सबसे बड़ा अवरोध है। अब ऊना जिले से ऐसा ही मामला सामने आया है। विजिलेंस की टीम ने जिले की नगर पंचायत टाहलीवाल के क्लर्क को 6 हजार रुपये की रिश्वत लेते धर दबोचा है। विजिलेंस ने यह कार्रवाई ठेकेदार यशपाल शर्मा की शिकायत पर की है।
रंगेहाथ पकड़ने के लिए बाकायदा जाल बुना था
विजिलेंस ने क्लर्क अशोक कुमार को रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ने के लिए बाकायदा जाल बुना था। इसी में आरोपी फंसा और उसे गिरफ्तार किया गया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक अशोक कुमार हरोली की टाहलीवाल नगर पंचायत में अनुबंध के आधार पर सेवाएं दे रहा है।
लंबित बिल के भुगतान के लिए मांगी थी रिश्वत
क्लर्क ने 3 लाख रुपये के लंबित बिल के भुगतान के लिए हरोली निवासी ठेकेदार से 6 हजार की रिश्वत मांगी थी। ठेकेदार ने इसको लेकर विजिलेंस से शिकायत की। शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस की टीम ने क्लर्क को रंगेहाथ पकड़ा। अशोक कुमार के खिलाफ ऊना में केस दर्ज किया गया है।