शाहपुर। शहीद पवन (Pawan) कुमार रविवार शाम को सैन्य सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके पुत्र (Son) ने उन्हें मुखाग्नि दी। सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से वीर सपूत को अंतिम विदाई दी। उनकी पार्थिव देह (Dead body) दोपहर को घर लाई गई।
गौर हो कि पाकिस्तान की तरफ से की जा रही गोलाबारी में शाहपुर के वार्ड चार निवासी सूबेदार मेजर पवन कुमार कुमार शहीद हो गए थे। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के शाहपुर सेक्टर में पाकिस्तान द्वारा की जा रही भारी गोलीबारी के दौरान उनकी शहादत हुई थी। वह 25 पंजाब रेजीमेंट में तैनात थे।
वह सैनिक परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता गरज सिंह भी भारतीय सेना से बतौर हवलदार सेवानिवृत्त हुए थे। वहीं माता गृहिणी हैं। पाकिस्तान की ओर से की जा रही निरंतर गोलीबारी और तोपखाने के हमलों के दौरान वह अग्रिम मोर्चे पर डटे रहे। इसी क्रम में दुश्मन की गोलीबारी का सामना करते हुए उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली।
भारतीय सेना ने इस हमले का जवाब देते हुए पाकिस्तानी पोस्ट और लॉन्च पैड को निशाना बनाया है। शहीद पवन कुमार अपने पीछे माता-पिता, पत्नी, एक बेटा और एक बेटी छोड़ गए हैं। अगस्त माह में उनकी रिटायरमेंट होनी थी। शनिवार सुबह करीब 8 बजे परिजनों को उनकी शहादत की खबर मिली, जिससे पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।