एएम नाथ। चंबा
भारी बारिश एवं बादल फटने की घटनाओं से ज़िले में विभिन्न विभागीय योजनाओं एवं परिसंपत्तियों के नुकसान का पूर्ण वास्तविक आकलन कर विभाग बार सूचना उपायुक्त को उपलब्ध करवाई जाए।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह ने ये निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने प्राकृतिक आपदा से हुए भारी नुकसान, राहत एवं बहाली कार्यों की समीक्षा को लेकर उपायुक्त कार्यालय के सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता की।
उन्होंने कहा कि चूंकि चंबा आकांक्षी ज़िला है। विकासात्मक गतिविधियों के लिहाज से संपूर्ण ज़िला में काफी परियोजनाएं प्रगति पर हैं। भारी प्राकृतिक आपदाओं के चलते विभिन्न सड़कों, विद्युत एवं जलापूर्ति योजनाओं सहित सरकारी और गैर सरकारी परिसंपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचा है। ऐसे में सभी विभागीय अधिकारी योजनाओं एवं परिसंपत्तियों के नुकसान का पूर्ण वास्तविक आकलन करें ताकि पुनः निर्माण कार्यों के लिए सरकार के समक्ष उचित धनराशि उपलब्ध करवाने के लिए मामला रखा जा सके।
ग्रामीण स्तर पर प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित बनाने को लेकर कुलदीप सिंह पठानिया ने सभी खंड विकास अधिकारियों को मनरेगा के तहत ग्राम पंचायत द्वारा तैयार प्रस्ताव के आधार पर मरम्मत कार्यों को शुरू करने के निर्देश दिए।
साथ में उन्होंने यह भी कहा कि ज़िले में सितंबर माह तक अधिक बारिश होने की संभावनाओं के चलते लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय उच्च मार्ग, विद्युत बोर्ड, जल शक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता आवश्यक उपकरणों और सहायक सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित बनाने के लिए उपायुक्त के माध्यम से मांग सूची सरकार को प्रेषित करें।
बैठक में शिक्षण संस्थानों को हुए नुकसान से संबंधित समीक्षा के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने उपनिदेशक प्रारंभिक और उच्च शिक्षा को ये निर्देश भी दिए कि क्षतिग्रस्त स्कूल भवनों का स्थानीय स्तर पर विकल्प तलाश कर कक्षाएं शुरू की जाएं।
बैठक में कृषि एवं लोगों को प्रदान की जाने वाली तत्काल राहत से संबंधित मामलों पर चर्चा भी की गई। विधानसभा अध्यक्ष ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी प्रदान किए। बैठक में उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बारिश और बादल फटने की घटनाओं से ज़िला में हुए नुकसान से संबंधित जानकारी को प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रदान किया।
उन्होंने बताया कि अधिकांश सड़कों, पेयजल योजनाओं एवं विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को बहाल कर दिया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि 24 जून से लेकर 16 जुलाई तक ज़िला में विभिन्न विभागीय परिसंपत्तियों और योजनाओं पर लगभग 173 करोड़ रुपये की राशि का प्रारंभिक तौर पर नुकसान का आकलन किया गया है।
इनमें लोक निर्माण विभाग 43 करोड़, जल शक्ति विभाग 86 करोड़, विद्युत बोर्ड 24 करोड़ की राशि का नुकसान शामिल है।
विधानसभा अध्यक्ष ने ज़िला में क्षतिग्रस्त विभिन्न विभागीय योजनाओं की पुनर बहाली के कार्यों में जिला प्रशासन की सराहना भी की। उन्होंने दूरदराज क्षेत्रों में पुनर बहाली कार्यों को युद्ध स्तर पर पूरा करने के निर्देश दिए।
साथ में उन्होंने आगामी अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला व उत्तर भारत की प्रसिद्ध श्री मणिमहेश यात्रा के दौरान अधिकारियों को तत्पर रहने को भी कहा। इस दौरान अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर और विभिन्न एसडीएम ऑनलाइन माध्यम से बैठक में जुड़े।
सदस्य ज़िला परिषद एवं निदेशक मंडल हिमाचल प्रदेश स्टेट कोऑपरेटिव बैंक ललित ठाकुर, पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव, एसडीएम चंबा अरुण शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ कपिल शर्मा, महाप्रबंधक उद्योग चंद्रभूषण, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण दिवाकर पठानिया, जलशक्ति राजेश मोंगरा, विद्युत राजीव ठाकुर, उप निदेशक उच्च शिक्षा प्यार सिंह चाडक, उपनिदेशक एवं परियोजना अधिकारी ज़िला ग्रामीण विकास अभिकरण विनोद कुमार सहित विभिन्न विभागों के ज़िला अधिकारी इस अवसर पर मौजूद रहे।