चंबा। लगातार हो रही बारिश (Rain) से जगह-जगह हो रहे भू-खलन से मणिमहेश (Manimahesh) यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मार्ग पड़ते नदी-नाले उफान पर हैं। इससे कई यात्री फंस गए हैं। प्रशासन ने भी फिलहाल यात्रा रोक दी है। जो जहां है, उसे वहीं सुरक्षित स्थान पर रहने को कहा गया है। इस बीच एक दु:खद समाचार सामने आया है। पंजाब के तीन युवा श्रद्धालुओं की मौत (Death) हो गई है।
इनकी शिनाख्त पठानकोट के अमन और रोहित उम्र करीब 18-18 वर्ष और गुरदासपुर के अनमोल (26) के रूप में हुई है। अमन को गत रात कमल कुंड से रेस्क्यू किया गया था, लेकिन गौरीकुंड में उनकी मौत हो गई। वहीं रोहित की जान कुगती ट्रैक पर ऑक्सीजन की कमी से चली गई है। तीसरे श्रद्धालु अनमोल ने सोमवार सुबह लगभग 10 बजे धंचो में दम तोड़ा है। प्रशासन और एनडीआरएफ टीम ने तुरंत राहत-बचाव अभियान शुरू किया।
एसडीएम (SDM) भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने कहा है कि पिछले 24 घंटों में तीन श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। सभी पंजाब के रहने वाले थे। भारी बारिश के कारण पठानकोट-भरमौर नेशनल हाईवे कई जगहों पर भू-स्खलन के कारण बंद पड़ा है। प्रशासन ने यात्रा पर अस्थाई रोक लगा दी है और श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर रुकने के निर्देश दिए हैं। इस बार की मणिमहेश यात्रा 16 अगस्त से शुरू हुई थी।
यह 31 अगस्त तक चलेगी, लेकिन अब तक 14 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। कुछ की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई तो कुछ पत्थर लगने या गिरने के कारण। यह दु:खद घटना न केवल श्रद्धालुओं के लिए, बल्कि प्रशासन के लिए भी एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है। आने वाले दिनों में यात्रा फिर शुरू होगी या नहीं, यह पूरी तरह मौसम और सुरक्षा स्थिति पर निर्भर करेगा।