कांगड़ा। गगल हवाई अड्डे (Airport) के परिसर में अत्याधुनिक डिसड्रोमीटर (Disdrometer) लगाया गया है। पहली बार भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) पुणे ने इसे यहां लगाया है। इसका उद्घाटन हवाई अड्डे के निदेशक धीरेंद्र सिंह, IITM के अधिकारियों डॉ. कौस्तव चक्रवर्ती, वैज्ञानिक-F और श्री हरिकृष्ण देविसेट्टी, वैज्ञानिक-B और IMD प्रभारी विपिन शर्मा ने किया।

डिसड्रोमीटर एक उन्नत उपकरण है, जिसका उपयोग वर्षा की बूंदों के आकार और गति को मापने के साथ-साथ वर्षा की तीव्रता और वर्षा संचय को हर आधे मिनट में मापने के लिए किया जाता है। इससे वर्षा माइक्रोफिजिक्स पर महत्वपूर्ण डेटा प्राप्त होता है।

इसकी स्थापना हिमालयी क्षेत्र में वर्षा पैटर्न और वर्षा माइक्रोफिजिक्स की समझ को बढ़ाने के लिए की गई है, जो जटिल मौसम घटनाओं के लिए संवेदनशील है। एकत्रित डेटा क्षेत्रीय मौसम मॉडलों, जलविज्ञान अध्ययन और जलवायु अनुसंधान को बेहतर बनाने में योगदान करेगा। इसके अलावा यह हवाई क्षेत्र में मौसम की सटीक भविष्यवाणी के लिए वर्षा के गुणकों को प्रदान करके विमानन सुरक्षा का समर्थन करता है।

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