संजय वर्मा। मसरेहड़ (धर्मशाला)

मंडी-पठानकोट फोरलेन प्रोजेक्ट के ज्वाली क्षेत्र के प्रभावितों के लिए राहत भरी खबर है। इस उपमंडल में फोरलेन में गई जमीन के शेष हिस्से को प्रशासन ने अनलॉक कर दिया है। पहले फोरलेन प्रोजेक्ट में आई जमीन के पूरे नंबरों को लॉक किया गया था। मगर शाहपुर में सारे नंबर लॉक हैं।

ज्वाली में फोरलेन के दो फेज हैं। पहला भेड़ खड्ड से लेकर सिहुणी तक नौ किलोमीटर और दूसरा सिहुणी से लेकर तख्नयाड़ तक चार किलोमीटर है।

शाहपुर की तख्न्याड़ से राजोल तक 26 किलोमीटर लंबा फोरलेन का पैच बनना है। इस क्षेत्र में पूरे नंबर लॉक होने से लोगों दिक्कत हो रही है।

फोरलेन के किनारे किसी की पांच कनाल जमीन का एक नंबर है और उसकी दो कनाल प्रोजेक्ट में आई है तो उस सारी जमीन को लॉक किया गया है। लोगों का कहना है कि उन्होंने अपनी जमीन सरकार के नाम कर दी है। उन्हें मुआवजा भी मिल गया है तो प्रशासन को चाहिए कि बाकी बची जमीन को अनलॉक कर दे। फोरलेन किनारे 100 मीटर तक निर्माण की बंदिशों पर भी अभी तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। इससे हजारों लोग असमंजस में हैं।

जमीन का पूरा नंबर लॉक होने से प्रभावित उस जमीन न तो भवन बना पा रहे हैं और न ही लोन ले पा रहे हैं।

ज्वाली के एसडीएम महेंद्र प्रताप ने बताया कि फोरलेन का काम तेजी से चल रहा है। इस क्षेत्र में नंबरों को अनलॉक कर दिया है। शाहपुर के एसडीएम करतार चंद ने कहा कि शाहपुर क्षेत्र में नंबरों को जल्द अनलॉक किया जाएगा।

उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि फोरलेन किनारे 100 मीटर निर्माण न करने को लेकर जिला प्रशासन के पास कोई नोटिफिकेशन नहीं आई है। प्रशासन के पास कोई जानकारी आएगी तो उसे जनता से शेयर की जाएगा।

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