कांगड़ा। डाॅ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में कोरोना काल में रखे आउससाेर्स कर्मियाें की सेवाएं शनिवार से समाप्त कर गई हैं। इनमें स्टाफ नर्स, वार्ड ब्वाॅय व सफाई कर्मी शामिल हैं। इनको निकालने के आदेश सरकार ने एक माह पहले ही जारी कर दिए थे। राज्य सरकार के इस फैसले से निकाले गए कर्मियाें में रोष है। उनका कहना है कि जब मुसीबत का दाैर था ताे सरकार ने उन्हें नियुक्ति दी। अब जब समय निकल गया ताे उन्हे बाहर का रास्ता दिखा दिया। यह उनके साथ सरासर न्याय है। उनका पांच माह का वेतन लंबित हैं।

मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल टांडा के एमएस माेहन लाल ने कहना है कि कोरोना काल में रखे करीब 272 कर्मचारियाें की सेवाएं समाप्त हुई हैं। उन्हाेंने कहा कि सरकार ने एक्सटेंशन देने की बात कही थी, लेकिन अभी तक नोटिफिकेशन नहीं हुई है। उन्हाेंने कहा कि हमने भी सरकार से मांग की है कि अस्पताल में अभी भी कोरोना के मरीज हैं, स्टाफ की कमी भी है। ऐसे में इन कर्मियाें काे नाैकरी से न निकाला जाए।

एचपी रियल काेविड वाेरियर यूनियन के जिला कांगड़ा की प्रधान माेनिका काैंडल ने कहा कि कोविड काल रखे कर्मियाें काे निकाल दिया गया है। उन्हाेंने कहा कि अगर उन्हें एक्सटेंशन नहीं दी गई ताे वे मजबूरन सरकार के खिलाफ सड़काें पर उतरेंगे।

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