राकेश सोनी। नादौन
हिमाचल
प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड इंप्लाइज यूनियन के आह्वान पर विद्युत मंडल नादौन के परिसर में भोजन अवकाश के समय कर्मचारियों ने धरना-प्रदर्शन किया। इसमें बिजली बोर्ड के पेंशनर्स ने भी भाग लिया। कर्मचारियों और पेंशनर्ज से नादौन यूनिट के प्रधान नितिश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश सरकार के वादे के अनुसार बिजली कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल न करने की वजह से कर्मचारियों में रोष है।

मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी बोर्ड प्रबंधन द्वारा पुरानी पेंशन की बहाली की अधिसूचना जारी न करना उनके साथ सरासर अन्याय है। कर्मचारियों की कमी के बावजूद नई भर्ती की प्रक्रिया को शुरू न करना प्रबंधन का गैर जिम्मेदाराना रवैया है।कर्मचारियों की कमी के चलते विद्युत व्यवस्था को सुचारू बनाए रखना चुनौती बना है। उन्होंने कहा कि टीमेट और हेल्पर की पदोन्नति नियम न बनने की वजह से हजारों कर्मचारी पदोन्नति से वंचित है। उन्होंने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप कर आवश्यक निर्देश जारी करने की मांग की है।

यूनियन के संयुक्त सचिव पंकज परमार ने कहा कि बिजली बोर्ड का प्रबंधक वर्ग बिजली कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करने व बोर्ड का उचित प्रबंध करने की बजाय बिजली बोर्ड की संपत्तियों का हस्तांतरण करने की दिशा में ज्यादा ध्यान दे रहा है। यह बिजली बोर्ड के हितों के खिलाफ है।

उन्होंने स्मार्ट मीटरिंग की प्रक्रिया को रोकने की मांग की। इससे विद्युत बोर्ड लिमिटेड का करीब 3000 करोड़ रुपये खर्च हो जाएगा। उन्होंने आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए स्थाई नीति बनाने की मांग की। जिला संगठन सचिव विपन शर्मा, यूनिट सचिव रजत कौंडल, मुख्य सलाहकार विशंबर दास, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशीष शर्मा व पंकज परमार ने भी जल्द पुरानी पेंशन की बहाली की अधिसूचना जारी करने की मांग की है।

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