शिमला। प्रदेश में बीएड (B.Ed) की डिग्री फर्जी निकलने पर दो महिला टीजीटी (TGT) बर्खास्त कर दी गई हैं। दोनों को जुलाई, 2024 में बैचवाइज नौकरी मिली थी। शिक्षा विभाग ने यह कार्रवाई की है। जांच में पता चला कि इनकी बीएड फर्जी है। इन्होंने बीएड हरियाणा के हिसार से की गई थी।
शिक्षा निदेशक की और से जारी आदेशों में कहा गया है कि एक टीजीटी नॉन मेडिकल को गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल बौर जिला शिमला में नियुक्त किया गया था। वहीं दूसरी को गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल कोसरी जिला कांगड़ा में नियुक्ति दी गई थी।
नियुक्ति के समय इन्होंने जो बीएड सर्टिफिकेट दिया, वह हरियाणा कौंसिल ऑफ वोकेशनल ट्रेनिंग हिसार से किया गया था। इसकी स्क्रीनिंग के दौरान शिक्षा विभाग को कुछ संदेह हुआ। इसके बाद एडिशनल चीफ सेक्रेटरी स्कूल एजुकेशन हरियाणा सरकार को पत्र लिखा गया। उन्होंने भी मान्यता को लेकर जब स्थिति साफ नहीं की तो यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन से मामला टेकअप किया गया। यूजीसी के जवाब के बाद यह साफ हो गया कि जिस संस्थान से बीएड की गई है। वह कहीं से भी मान्यता प्राप्त नहीं था।
इस पर इन्हें नियुक्ति के समय की शर्तों के मुताबिक नौकरी से हटा दिया गया है। जो ऑफर लेटर इन्हें दिया गया था, उसमें पॉइंट नंबर 15 पर यह पहले साफ था कि यदि कोई दस्तावेज झूठा या फर्जी पाया जाता है तो नियुक्ति को रद कर दिया जाएगा। शिक्षा विभाग से यह भी पता चला है कि इसी तरह स्क्रीनिंग में कुछ और केस भी अभी लंबित हैं, जो प्रक्रिया के अधीन चल रहे हैं। उन पर भी जल्द फैसला आ सकता है।