कांगड़ा। विजनेक्स्ट (VisioNxt) प्रयोगशाला निफ्ट (NIFT) की अनूठी पहल है। इसे केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय सहयोग मिला है। यह बात निफ्ट कांगड़ा में डायरेक्टर (Director) डॉ. राहुल चंद्रा ने बुधवार को पत्रकार वार्ता (Press conference) में कही। उन्होंने कहा कि देश के फैशन (Fasion) और खुदरा बाजार के लिए अभूतपूर्व अनुसंधान और प्रवृत्ति अंतर्दृष्टि प्रदान करने पर केंद्रित है।

यह विभिन्न शैक्षणिक पाठ्यक्रम, कार्यशालाएं और प्रवृत्ति संबंधी परामर्श सेवाएं भी प्रदान करता है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और भावनात्मक बुद्धिमत्ता (ईआई) को मिलाकर विजनेक्स्ट ने एक स्वदेशी पूर्वानुमान प्रणाली विकसित की है, जो विशेष रूप से भारतीय बाजार की अद्वितीय गतिशीलता को पूरा करती है। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य देश के फैशन जगत की विविधता और जटिलता को मापना, व्यवसायों, डिजाइनरों, ब्रांडों, खुदरा विक्रेताओं, कारीगरों और बुनकरों को उपभोक्ताओं की बढ़ती जरूरतों का अनुमान लगाना और प्रतिक्रिया देने के लिए सशक्त बनाना है।

उन्होंने कहा कि 5 सितंबर, 2024 को वस्त्र मंत्री ने लॉन्गचैम्प हॉल ताज महल होटल नई दिल्ली में गणमान्य व्यक्तियों पबित्र मार्गेरिटा, विदेश और वस्त्र राज्य मंत्री रचना शाह, सचिव वस्त्र मंत्रालय और रोहित कंसल, अतिरिक्त सचिव वस्त्र मंत्रालय की उपस्थिति में पहली भारत विशिष्ट द्विभाषी फैशन ट्रेंड पुस्तक, “परिधि 24×25” एवं एक वेब पोर्टल का विमोचन किया। परिधि के विमोचन के बाद इसकी ई-कॉपी की डाउनलोड की संख्या 2000 है। वेबसाइट पर लगभग 23,000 देखने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि प्रवृत्ति पूर्वानुमान के क्षेत्र में भारत के कदम रखने से वैश्विक पूर्वानुमान एजेंसियों पर निर्भरता कम होना, भारतीय फैशन उपभोक्ताओं के बारे में अद्वितीय जानकारी का प्राप्त होना, वस्त्रों के साथ सूचना प्रौद्योगिकी में भारत की ताकत का एकीकरण होना और कृत्रिम और मानवीय बुद्धिमत्ता का विलय होना जैसे कई लाभ होंगे।
डॉ. चंद्रा ने कहा कि आज तक विजनेक्स्ट ने 60 से अधिक फैशन माइक्रोट्रेंड रिपोर्ट, 10 से ज्यादा क्लोज-टू-सीजन ट्रेंड रिपोर्ट, 3 से ज्यादा शोध पत्र, एक ई-पलिका, एक युवा रुझान रिपोर्ट, एक मानसिकता पुस्तक और 75 भारतीय परिधान श्रेणियों पर भारत की पहली एआई टैक्सोनॉमी पुस्तक वितरित की है।

इस पहल ने शैली, रंग और क्षेत्रीय प्रभावों जैसे प्रमुख परिधान विशेषताओं में पैटर्न की पहचान करने के लिए 70,000 से अधिक प्राथमिक परिधान की छवियों और 2,80,000 से अधिक माध्यमिक छवियों का एक व्यापक आंकड़ा भी बनाया है। विजनेक्स्ट देश को रुझान पूर्वानुमान में वैश्विक अग्रणी के रूप में प्रदर्शित करता है। इससे भारतीय फैशन भाषा और पहचान की दृश्यता बढ़ती है। अंतरराष्ट्रीय रुझान एजेंसियों पर निर्भरता कम होती है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट visionxt.in से या rajeev.kumarl@nift.ac.in मेल से जानकारी ली जा सकती है।

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