कांगड़ा। प्रदेश में पांच नए बस अड्डे (Bus stand) बनाए जाएंगे। सभी बस अड्डों का होगा जीर्णोद्धार और सीसीटीवी (CCTV) कैमरे लगेंगे। यह निर्णय हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) की 171वीं बीओडी (BOD) की बैठक में लिए गए हैं। यह बैठक (Meeting) हाल ही में शिमला में आयोजित हुई। इसमें हिमाचल पथ परिवहन निगम की को और बेहतर बनाने के लिए अनेकों नए निर्णय लिए गए। इस बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी उपाध्यक्ष एचआरटीसी अजय वर्मा ने कांगड़ा स्थित अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता में दी। इस दौरान उनके साथ डीएम पंकज चड्ढा और आरएम राजेंद्र पठानिया भी मौजूद रहे।
अजय वर्मा ने कहा कि बोर्ड की इस बैठक में अनेकों निर्णय लिए गए हैं। बैठक में निर्णय हुआ कि पांच नए बस अड्डे बद्दी बरोटीवाला, भोटा, सुजानपुर, ऊना और फतेहपुर में बनाए जाएंगे। इनमें से दो बस अड्डे पीपी मोड में बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा बस अड्डों की मरम्मत को लेकर इस बैठक में बहुत बड़ा निर्णय लिया गया है, जिसमें ₹ 80 लाख पहली बार धर्मशाला डिवीजन को देने की मंजूरी दी गई है। नगरोटा के बस अड्डे की मरम्मत के लिए 8.5 लाख की राशि मंजूर की गई है। 7 करोड़ प्रदेश के सभी बस अड्डों की मरम्मत करने के लिए बैठक में मंजूर किए गए। 28 लाख रुपये कांगड़ा के कार्यालयों के लिए भी स्वीकृत प्रदान की गई है।
हिमाचल के बस अड्डों की सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए भी निर्णय लिए गए। अजय वर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक बस अड्डे में पांच सुरक्षा कैमरे स्थापित किए जाएंगे और जहां जरूरत होगी इससे अधिक कैमरे लगाए जाएंगे। कांगड़ा के बस अड्डे के लिए दो सुरक्षाकर्मी तैनात करने को लेकर निर्णय लिया गया, जिनकी तैनाती जल्द कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जोगिंदरनगर, जसूर और चंबा बस अड्डों का कार्य लगभग 7 करोड़ से होने जा रहा है।
उन्होंने बताया धर्मशाला में वॉल्वो सेल स्थापित किया गया है और इसके प्रथम बेड़े में 24 वॉल्वो बसें से यहां दी जा चुकी हैं। बैठक में चार रिकवरी व्हीकल लेने की भी मंजूरी दी गई है, जो की शिमला, मंडी, कांगड़ा और हमीरपुर में कार्य करेंगे। बैठक में क्विक रिस्पांस व्हीकल लेने को लेकर भी मंजूरी दी गई है, जो विकट परिस्थितियों में कार्य करेगा। ऊना और नादौन में ऑटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन बनाने को लेकर भी स्वीकृति दी गई है। चार पायलट प्रोजेक्ट पर पंप स्टेशन बनाने को मंजूरी दी गई, जिससे पैसे की बचत होगी। उन्होंने बताया 300 इलेक्ट्रिकल बसें जल्द एचआरटीसी के बेड़े में शामिल होंगी और इन बसों की मरम्मत 12 साल तक कंपनी करेगी।
सभी बसों को चरणबद्ध तरीके से सही करने का कार्य शुरू कर दिया गया है, जिसके अंतर्गत प्रत्येक बस की हर तरह से पूरी मरम्मत की जाएगी, ताकि यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा न हो। उन्होंने बताया बैठक में शिक्षण संस्थानों के बच्चों के लिए ऑनलाइन बस पास बनाने की भी सुविधा प्रदान देने को स्वीकृति दी गई। बैठक में यात्रियों की सुविधा हेतु सभी बसों में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लगाने को लेकर भी स्वीकृति दी गई, जिनके लगने के बाद बसों की लोकेशन यात्रियों के परिजन घर बैठकर प्राप्त कर सकेंगे। बैठक में एचआरटीसी की इनकम बढ़ाने के लिए भी नए निर्णय लिए गए।
वॉल्वो बसों का किराया 15% कम किया गया और इसके साथ ही यात्रियों के लिए 365 रुपये साल के देकर नई बोनस योजना को भी शुरू करने की स्वीकृति दी गई। एचआरटीसी अधिकारियों, कर्मचारियों की देनदारीयों को देने के लिए 150 करोड रुपए की स्वीकृति दी गई। 250 ड्राइवर को सीनियर ड्राइवर का पद दिया जाएगा। उन्होंने बताया इलेक्ट्रिक बसों की चार्जिंग के लिए 34 नए चार्जिंग स्टेशन भी खोले जाएंगे।