कांगड़ा। 10 डोगरा (10 Dogra) रेजीमेंट के पूर्व सैनिकों ने बुधवार को डेराबाबा नानक दिवस सागर होटल मटौर में मनाया। उन्होंने 1971 के भारत-पाकिस्तान (Indo-Pak) युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देकर समारोह की शुरुआत की।
कार्यक्रम में बटालियन ने वर्ष 1971 में पाकिस्तान स्थित रावी नदी के पुल पर कब्जा करके तिरंगा फहराने की ऐतिहासिक एवं वीरतापूर्ण उपलब्धि को याद किया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बेंगलुरु से आए पूर्व सैन्य अधिकारी दर्शन सिंह ने वीर नारियों को सम्मानित किया।
उन्होंने कहा कि सैनिक कभी रिटायर नहीं होता, वह हमेशा अपने देश पर को जरूरत पड़ने पर हाजिर होता है। कार्यक्रम के संयोजक कैप्टन प्यार सिंह राणा ने कहा कि समारोह में हिमाचल, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सैनिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
उन्होंने सेना में बिताए दिनों को याद कर शहीदों श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कार्यक्रम में भाग लेने वाले पूर्व सैनिकों और वीर नारियों का आभार जताया। कार्यक्रम का समापन भारत माता के जयकारे से हुआ।

