हमीरपुर। वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल टिक्कर खतरियां में शुक्रवार को आपदा प्रबंधन को लेकर मॉक ड्रिल करवाई गई। इस दौरान फायर ब्रिगेड भोरंज के अधिकारी विशेष रूप से मौजूद रहे। उन्होंने छात्रों को आग लगने के दौरान किए जाने वाली बचाव कार्यों की जानकारी दी। भोरंज फायर ब्रिगेड के प्रभारी राजेंद्र सिंह और हवलदार रवि कुमार ने कहा कि आग से निपटने का सबसे अच्छा तरीका ऑक्सीजन सप्लाई को ही कट कर देना है। ऑक्सीजन न मिलने की सूरत में आग कम हो जाएगी और इस पर आसानी से काबू पाया जा सकता है। घरेलू गैस सिलेंडर में आग लगने की सूरत में अगर बाल्टी से सिलेंडर को ढक दिया जाए तो आग भी बुझ जाएगी और रसोई गैस सिलेंडर में होने वाला ब्लास्ट भी नहीं हो पाएगा।
275 डिग्री पर फटता है सिलेंडर
रसोई गैस सिलेंडर में आग लगने के बाद भी फटने की संभावनाएं शून्य के बराबर होती हैं। रसोई गैस सिलेंडर में ब्लास्ट होने के लिए तापमान 275 डिग्री से ज्यादा होना चाहिए। गैस सिलेंडर में ब्लास्ट होने का सामान्य कारण आग ही नहीं होती है, बल्कि अन्य कई कारण शामिल होते हैं।
पोस्टर से किया जागरूक
स्कूली बच्चों ने आपदा पर आयोजित मॉडल के दौरान पोस्टर से आपदा प्रबंधन जागरूक करने का प्रयास किया है। इस दौरान बच्चों द्वारा बनाए गए पोस्टों को खूब सराहा गया है।
आपदा में सहयोग करें बच्चे
प्रधानाचार्य देवराज धीमान ने कहा कि आपदा की स्थिति से पार पाने के लिए सभी का सहयोग जरूरी होता है। बच्चे अगर आपदा से निपटने में सक्षम होंगे तो जान-माल का नुकसान कम होगा। स्कूली बच्चों को जागरूक करने के उद्देश्य ही आपदा पर आधारित मॉक ड्रिल स्कूल में करवाई गई है।
आग से बचाएंगे बच्चे
आपदा प्रबंधन प्रभारी देवेंद्र चंदेल ने कहा कि टिक्कर खतरियां स्कूल के बच्चों को आग पर काबू पाने के तौर तरीके सिखाए गए हैं। इस दौरान बच्चों को आपदा की स्थिति से निपटने के लिए भी तैयार किया गया है।
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