परौर। ऐतिहासिक गढ़ माता मंदिर में मंगलवार को श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में मां भय भुजनी के दर्शन किए। श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर मां का आशीर्वाद लिया। इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए लंगर भी लगाया गया। मंदिर कमेटी ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए थे।

मंदिर में लगने वाले मेले का मंगलवार को अंतिम दिन था। शिवम वेलफेयर सोसाइटी नाल्टीपुल ने भंडारा लगाया। सोसाइटी के प्रधान रविंद्र ने कहा कि युवाओं के सहयोग से भंडारा लगाया जाता है।

गौर हो कि मंदिर में प्रत्येक साल आषाढ़ माह के हर मंगलवार को मेलों का आयोजन किया जाता है। करीब 500 साल पुराना यह मंदिर पालमपुर के तहत पड़ते परौर कस्बे से मात्र छह किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मंदिर गढ़ धार की ऊंची पहाड़ी पर ऐतिहासिक किले से लगभग 100 मीटर की दूरी पर पूर्व दिशा में बना है। यह मंदिर समुद्र तल से लगभग 5,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। मंदिर का मुख्य द्वार पश्चिम की तरफ है।

यहां माता के दर्शन तीन पिंडियों के रूप में होते हैं। कहा जाता है कि मंदिर का निर्माण कांगड़ा के राजा संसार चंद ने ऐतिहासिक किले के साथ किया था।

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