नालागढ़। औद्योगिक कस्बे नालागढ़ में हुए दर्दनाक हादसे (Accident) में स्कूली छात्र (Student) की मौत (Death) हो गई है। यहां दभोटा स्थित निजी स्कूल में वीरवार दोपहर को साढ़े चार साल की नर्सरी की छात्रा की सेप्टिक टैंक में गिरने से मौत हो हुई है। स्कूल परिसर में बने सैप्टिक टैंक का ढक्कन खुला था।
इसमें बच्ची खेलते-खेलते गिर गई। इस हादसे से पूरे क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है। पुलिस ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया है। पुलिस को दी गई सूचना के अनुसार स्कूल के पास रहने वाले जरनैल सिंह पुत्र साध राम निवासी दभोटा ने कहा कि दोपहर करीब 12 बजकर 40 मिनट पर स्कूल की चपरासी मंजीत कौर पत्नी हेमराज ने गेट से आवाज लगाकर कहा कि स्कूल के सेप्टिक टैंक में एक छोटी बच्ची गिर गई है।
वह जब स्कूल पहुंचे तो बाथरूम के पास बने टैंक के दो ढक्कनों में से एक खुला हुआ था। अंदर देखा तो बच्ची अंदर गिरी हुई थी। इतने में अभागी बच्ची मनजोत कौर के पिता जितेंद्र सिंह और चमन लाल भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने मिलकर बच्ची को बाहर निकाला, लेकिन तब तक बच्ची की मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने कहा कि यदि सेप्टिक टैंक पर ढक्कन होता तो यह हादसा नहीं होता। उन्होंने इसे स्कूल संचालक की गंभीर लापरवाही बताया। सूचना मिलने पर दभोटा पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई भागवत प्रसाद टीम सहित मौके पर पहुंचे और घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए।
बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है। एसएचओ नालागढ़ राकेश रॉय ने कहा कि पुलिस ने इस संबंध में धारा 125 और 106 (भारतीय न्याय संहिता) के तहत लापरवाही से मृत्यु का केस दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों ने स्कूल प्रबंधन की लापरवाही पर आक्रोश व्यक्त करते हुए प्रशासन से सख्त कार्रवाई और सभी निजी स्कूलों में सुरक्षा जांच की मांग की है। अभिभावकों का कहना है कि छोटे बच्चों की सुरक्षा में इस तरह की अनदेखी मंजूर नहीं है। जिम्मेदारों को सजा दी जानी चाहिए।
