मंडी। जिले के सुंदरनगर की बीबीएमबी कॉलोनी जंगम बाग में मंगलवार देर शाम हुए भू-स्खलन (Landslide) से 7 लोगों की मौत (Death) हो गई है। मृतकों एक ही परिवार (Family) के 4 सदस्य (Member) शामिल हैं। कॉलोनी में रहने वाले गुरप्रीत सिंह उर्फ सोनू का घर अचानक पीछे की पहाड़ी खिसकने से मलबे में समा गया। इस हादसे में गुरप्रीत, उसकी पत्नी भारती, अढ़ाई साल की बेटी कीरत और मां सुरेंद्र कौर की मौत हो गई। भू-स्खलन का वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग जान बचाने के लिए भागते हुए भी दिख रहे हैं। मगर अभागे लोग मलबे में दब गए।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भू-स्खलन के तुरंत बाद मलबे में दबे लोग मदद के लिए चीखते-चिल्लाते रहे, लेकिन पहाड़ से लगातार गिरते पत्थरों और बारिश के चलते राहत कार्य में बाधा आई। हादसे के करीब एक घंटे बाद गुरप्रीत की पत्नी और मासूम बेटी को मलबे से बाहर निकाल लिया गया। दोनों को अस्पताल पहुंचाते ही डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। रात करीब डेढ़ बजे गुरप्रीत और बुधवार सुबह पांच बजे उसकी मां का शव भी बरामद कर लिया गया।

गुरप्रीत सिंह सुंदरनगर में प्राइवेट बस चलाता था। वह परिवार सहित बीबीएमबी कॉलोनी में अपने घर में रहता था। इस हादसे में बीबीएमबी कॉलोनी की शांति देवी का मकान भी क्षतिग्रस्त हुआ। वह अकेली रहती थीं और मलबे में दबकर उसकी मौत हो गई है। इसी दौरान वहां से गुजर रहे स्कूटी सवार प्रकाश शर्मा निवासी डढयाल और टाटा सुमो चालक राहुल निवासी सुंदरनगर भी पहाड़ी दरकने की चपेट में आ गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। रेस्क्यू टीमों ने रातभर अभियान चलाकर मलबे से शव निकालने का प्रयास किया।

रात 11 बजे मलबे में दबी एक गाड़ी का बंपर मिलने से अंदेशा हुआ कि वाहन दबा है। बुधवार सुबह करीब 9.46 बजे गाड़ी और उसके चालक राहुल का शव बरामद हुआ। भू-स्खलन की चपेट में आए राहुल पुत्र घनश्याम उर्फ कैलू निवासी गांव खतरबाड़ी (चाम्बी) पंचायत अपर बेहली का शव भी बरामद कर लिया गया है। राहुल कॉलोनी से टाटा सूमो में सवार होकर घर लौट रहा था कि बीच रास्ते में वह भू-स्खलन की चपेट में आ गया। सुबह से जारी भारी बारिश ने भी सर्च ऑपरेशन में बाधा डाली। इससे राहत कर्मियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

खबर लिखे जाने तक प्रशासन ने सभी मृतकों के शव बरामद कर सुंदरनगर अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए रख दिए थे।
गौरतलब है कि इस दर्दनाक हादसे में सुरक्षित बचे परमीत के बड़े भाई गुरप्रीत की परिवार सहित जान गई है। वह निजी बस में चालक व परिचालक दोनों कार्यों में माहिर और मिलनसार व्यक्ति था। परमीत निजी शोरूम में कार्य करता है। वह हादसे के समय घर पर मौजूद नहीं था।

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