कुल्लू। ढालपुर मैदान में अंतरराष्ट्रीय (International) दशहरा उत्सव (Festival) शुरू हो गया है। अब देवी-देवता यहां पहुंच चुके हैं। ऐसे में पूरा कुल्लू शहर (City) ढोल-नगाड़ों से गूंज रहा है। देवी-देवता भगवान (Lord) रघुनाथ के मंदिर में पहुंचकर उनसे मिल रहे हैं। इसके अलावा स्थानीय लोगों को भी आशीर्वाद दे रहे हैं।
भगवान रघुनाथ की विशेष पूजा शुरू
माता हिडिंबा के आगमन से भगवान रघुनाथ की विशेष पूजा भी शुरू हो गई है। अश्व पूजन के साथ अन्य विधि को भी पूरा किया गया। ढालपुर के अस्थायी शिविरों में पहुंचे देवी-देवताओं की रविवार सुबह पूजा-अर्चना हुई। इसके बाद देवताओं के रघुनाथपुर में भगवान रघुनाथ के मंदिर पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ।
भगवान रघुनाथ के दरबार में हाजिरी लगाने के बाद देवता अस्थायी शिविरों में लौटे
सुबह आठ बजे से देवताओं के आने का सिलसिला शुरू हुआ, जो दोपहर बाद तक चलता रहा। भगवान रघुनाथ के दरबार में हाजिरी लगाने के बाद देवता अस्थायी शिविरों में लौटे। बंजार के देवता श्रृंगा ऋषि, देवता बालू नाग, शियाह के देवता जमदग्नि ऋषि, गर्ग ऋषि सहित सैकड़ों देवताओं ने राजमहल में जाकर भी देव परंपरा निभाई।
देवी-देवताओं की उपस्थिति में भव्य तरीके से मनाया जाएगा दशहरा
भगवान रघुनाथ के कारदार दानवेंद्र सिंह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव का शुभारंभ हो चुका है। देवी-देवताओं की उपस्थिति में इसे भव्य तरीके से मनाया जाएगा।