नीरज दीक्षित। नगरोटा बगवां
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जसौर दोहरे हत्याकांड के आरोपी दीपक कुमार (दीपू) ने रविवार देर रात धर्मशाला में पुलिस मुख्यालय में अपनी बहन के साथ आकर आत्म समर्पण कर दिया। आरोपी 25 दिन तक पुलिस को छकाता रहा। इस दौरान वह बार-बार अपनी जगह बदलता रहा। इसके चलते पुलिस को उसे ढूंढना मुश्किल हो रहा था। पुलिस की टीमें आरोपी को ढूंढने में जुटी थीं। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में वह दिखा था। उसकी गाड़ी और घर वालों को लिखा पत्र भी पुलिस को मिला था। पुलिस ने आरोपी के एटीएम कार्ड एवं अन्य दस्तावेज सीज करवा दिए थे। आरोपी की पत्नी एवं बेटी मर्डर के दौरान मौके पर मौजूद थीं। पुलिस ने उनके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। उसके पिता को भी गिरफ्तार किया गया था।

यह था पूरा मामला

नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र की जसौर पंचायत के वार्ड न. 1 (भेडू गांव) में दो नवंबर दोपहर डबल मर्डर का केस सामने आया था। यहां छोटे भाई ने बड़े भाई और भाभी को अपनी लाइसेंसी बंदूक से ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर मौत के घाट उतारा था। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गया था। आरोपी दीपक कुमार (44) पुत्र मुंशी राम नगरोटा बगवां में प्राइवेट स्कूल चलाता था।

मृतक सीनियर सेकेंडरी स्कूल जमानाबाद में बतौर शिक्षक थे तैनात

मृतक विपिन कुमार सीनियर सेकेंडरी स्कूल जमानाबाद में बतौर शिक्षक तैनात थे। बताया जा रहा है कि दीपक कुमार ने जमीनी विवाद के चलते अपने भाई-भाभी पर गोली चलाई हैं।पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि दोनों भाइयों में संपत्ति विवाद चल रहा था। इसके चलते उनके संबंध कटु थे। वारदात से पहले भी दोनों परिवारों की औरतों में झगड़ा हुआ था, जो इस कद्र बढ़ा कि बात डबल मर्डर तक पहुंच गई।

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