कांगड़ा। डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में बेबी हियरिंग स्क्रीनिंग मशीन सोहम का उद्घाटन शनिवार को हुआ। कॉर्ड चिन्मय ग्रामीण विकास संगठन सिदबाड़ी अपने सामुदायिक आधारित समावेश एवं विकास कार्यक्रम के माध्यम से जिला कांगड़ा में 2700 दिव्यांगों के साथ 150 पंचायतों में दिव्यांग लोगों के साथ जुड़े हुए विभिन्न मुद्दों पर कार्य कर रहा है। कॉर्ड बधिरांध (deafblind) दिव्यांगों के पुनर्वास के लिए वर्ष 2022 से स्टेट सेंटर के रूप में कार्य कर रहा है।

कॉर्ड ने सैंस इंडिया के सहयोग से नवजात बच्चों की सुनाई की शीघ्र पहचान करने के लिए सोहम सुनाई की मशीन को टांडा में बच्चों की ओपीडी-11में लगाया है। यह मशीन राज्य प्रदेश में पहली मशीन है, जो नवजात बच्चों की शीघ्र सुनाई की जांच कर सकती है। एक अनुमान के अनुसार दुनिया भर में हर वर्ष 8 लाख नवजात बधिरता से प्रभावित होते हैं।

इस दौरान कॉर्ड की राष्ट्रीय निर्देशक डॉक्टर क्षमा मैत्री और डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा के शिशु विभाग अध्यक्ष डॉक्टर मिलाप शर्मा ने सोहम बेबी मशीन का उद्घाटन किया। इस मौके पर डॉक्टर निबिंदु, कॉर्ड से बलबीर गुलरिया, सुरेश कुमार आनंद कुमार और विनय कुमार भी मौजूद रहे।

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