धर्मशाला। गगल एयरपोर्ट विस्तारीकरण की प्रक्रिया में लोगों के हित और सुझाव सर्वोपरि रखे जाएंगे। यह बात उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने शनिवार को उपायुक्त कार्यालय परिसर के सभागार में एयरपोर्ट विस्तारीकरण की पुनर्वास एवं पुनस्र्थापन प्रारूप कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के विस्तारीकरण से संबंधित पंचायतों के पटवारघरों में 5, 6 और 7 फरवरी को जन सुनवाई हुई थी। इसमें संबंधित प्रतिनिधियों और लोगों के सुझावों को प्रमुखता से लिया गया था। उनके आधार पर पुनर्वास तथा पुनस्र्थापन का प्रारूप बनाया जा रहा है। इसे अंतिम रूप देने के लिए कमेटी की यह अहम बैठक रखी गई थी। इसमें कमेटी के सभी सदस्यों के साथ प्रारूप को लेकर चर्चा की गई। इसमें कमेटी के सदस्यों के सुझावों को भी शामिल किया गया, ताकि प्रारूप को मंजूरी के लिए मंडलायुक्त के माध्यम से सरकार को भेजा जा सके।
भू-अधिग्रहण की प्रक्रिया के लिए ये समाहर्ता नियुक्त
उन्होंने कहा कि भू-अधिग्रहण की प्रक्रिया के लिए मंडलायुक्त कांगड़ा को आयुक्त, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी को प्रशासक और एसडीएम कांगड़ा को समाहर्ता नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि गगल एयरपोर्ट के विस्तारीकरण में आठ पंचायतों के 14 राजस्व गांवों की भूमि अधिगृहित किया जाएगा। इसमें राजस्व गांव रछियालु, जुगेहड़, भड़ोल, कयोड़िया, बाग, बल्ला, बरसवालकड़, भेड़ी, ढुगियारी खास, गगल खास, झिकली इच्छी, मुगरहाद, सहौड़ा और सनौरां शामिल हैं। बैठक में एडीएम डॉ. हरीश गज्जू, एसडीएम निशांत जस्वाल, पर्यटन विभाग के उपनिदेशक विनय धीमान और कमेटी के विभिन्न सदस्य मौजूद थे।