कांगड़ा। जून महिने में एसएम आई हॉस्पिटल (Hospital) घुरकड़ी ने 8 से ज्यादा फ्री (Free) आई (Eye) चेकअप (Checkup) कैंप (Camp) लगाए। इनमें 1700 से ज्यादा मरीजों की आंखों का निरीक्षण किया गया। एसएमआई अस्पताल के निदेशक व चीफ आई सर्जन डॉ. संदीप महाजन ने बताया कि कैंप चंबा, कांगड़ा, बिलासपुर और हमीरपुर जिलों के दूरदराज के पंचायत क्षेत्रों में लगाए गए। पिछले 6 महीनों में लगाए कैंपों के सफल आयोजन के बाद अब जो कैंप लगाए जा रहे हैं। उनसे मरीजों की अपनी आंखों की देखभाल के प्रति जागरुकता बढऩे लगी है।

लोगों का कहना है कि फ्री आई चेकअप कैंप लोगों की आंखों के प्रति जागरुकता बढ़ाने में प्ररेणा का स्त्रोत बन रहे हैं। स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि कैंपों में आंखों के निरीक्षण के दौरान जो महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है, उससे हमें यह ज्ञात हो गया है कि आंखों की सही समय पर जांच करवाना कितना जरूरी है। इससे कि हम अपनी आंखों की बहुमूल्य रोशनी को समय रहते बचा सकते हैं। डॉ. संदीप महाजन ने बताया कि एसएम आई अस्पताल घुरकड़ी के सौजन्य से शहीद वजीर राम सिंह पठानिया स्मारक समिति ने रविवार को सलेब क्लब बासा बजीरां के सहयोग से नि:शुल्क नेत्र जांच चिकित्सा शिविर लगाया। इस नेत्र जांच शिविर में लगभग 250 के करीब मरीजों की आंखों का निरीक्षण किया गया।

निरीक्षण के दौरान जो बीमारियां सामने आईं, उनका इलाज घुरकड़ी स्थित एस एम आई अस्पताल में अनुभवी नेत्र विशेषज्ञों की देख-रेख में किया जाएगा। एसएम आई अस्पताल घुरकड़ी की टीम में ऑफथैलिमिक ऑफिसर अमिताभ छाबरा, प्रणब ढडवाल व सहयोगी स्टाफ में दयाल सिंह, मनोहर लाल, सुवीन कुमार, रविंद्र कुमार, सूरज प्रकाश और अजय भाटिया ने मिलकर 1700 से ज्यादा मरीजों की आंखों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जो बीमारियां सामने आईं, उससे संबंधित दवाइयां भी एसएम आई अस्पताल के सौजन्य से मुफ्त बांटी गईं। इन कैंपों में मरीजों की आंखों के निरीक्षण के दौरान विभिन्न बीमारियां सामने आईं, जिसमें मुख्यत: सफेद मोतियाबिंद, कालामोतियाबिंद और आंखों के पर्दे से संबंधित बीमारियां शामिल रहीं। पिछले 6 महीनों में जितने भी कैंप लगाए गए, उनमें बढ़ते बच्चों की आंखों की रोशनी का कम होना, ज्यादा नंबर के चश्में लगना, रंगों को न पहचान पाना, सिरदर्द रहना व तनाव में रहना जैसे रोगों से ग्रस्त पाए गए। एसएम आई अस्पताल घुरकड़ी पिछले 40 वर्षों से नेत्र विज्ञान के क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं दे रहा है।

डॉ. संदीप महाजन सफेदमोतियाबिंद व कालामोतियाबिंद से संबंधित जटिल से जटिल रोग की समस्याओं का निवारण कर रहे हैं। रेटिना यानी आंखों के पर्दे से संबंधित बीमारियों का इलाज रेटिना विभाग में कार्यरत रेटिना सर्जन डॉ. गीताजंलि सूद, डॉ. अदिति पराशर व डॉ. मुग्धा गुप्ता की देख-रेख में उन्नत तकनीक व आधुनिक मशीनों से मरीजों की आंखों की जटिल से जटिल बीमारियों का इलाज सफलतापूर्वक किया जा रहा है। आंखों के सूखेपन की जटिल बीमारियों का इलाज अनुभवी नेत्र विशेषज्ञ डॉ. बीना शाह की देख-रेख उपलब्ध कराया गया है। आंखों की पुतली यानी कोरनिया से संबंधित बीमारियों का इलाज भी एसएम आई अस्पताल में उपलब्ध है। उत्तर भारत के प्रसिद्ध कोरनिया विशेषज्ञ डॉ. ललित महिने में दो दिन अपने परामर्श के लिए उपलब्ध होते हैं। पहले जो मरीज बाहरी राज्यों में जाकर अपना इलाज करवाते थे, आज वही मरीज कांगड़ा स्थित एसएम आई अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे हैं।

यही नहीं, अब बाहरी राज्यों से भी मरीज अपनी आंखों का इलाज यहां आकर करवा रहे हैं। साधारण भाषा में बोला जाए तो आंखों से संबंधित हर बीमारी का इलाज एसएम आई अस्पताल में उपलब्ध है। चाहे वह आंखों के पर्दे से संबंधित हो, आंखों की पुतली से संबंधित हो व सफेदमोतियाबिंद हो या फिर कालामोतियाबिंद की जटिल बीमारी हो, सभी बीमारियों का इलाज उपलब्ध है। एसएम आई हॉस्पिटल के निर्देशक व प्रबंधन समिति के आदेशानुसार फ्री आई चेकअप कैंपों का आयोजन लगातार किया जा रहा है। लोगों से अपील है कि वे अपने क्षेत्र में लगने वाले फ्री आई चेकअप कैंपों का लाभ उठाएं और आंखों से संबंधित रोगों का उपचार समय रहते करवाएं।

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