भोरंज। भरेड़ी में जल शक्ति विभाग की ओर से नोटिस देने पर लोग भड़के गए हैं। पपलाह पंचायत प्रधान अंकुश सैनी और गरसाहड पंचायत के उप प्रधान विकास की अगुआई में स्थानीय लोगों ने भरड़ी के हनुमान चौक पर बैठक कर जल शक्ति विभाग के नोटिस को बदले की भावना से की गई कार्रवाई है। भरेड़ी कस्बे में जल शक्ति विभाग ने करीब 30 लोगों को यह कहते हुए नोटिस थमाए हैं कि उन्होंने नल के घरेलू कनेक्शन ले रखे हैं और पानी का व्यवसायिक प्रयोग किया जा रहा है।
इनमें कहा गया है कि अगर अगले 7 दिन में घरेलू कनेक्शन व्यवसायिक नहीं करवाया गया तो बिना किसी पूर्व सूचना की नल काट दिए जाएंगे। लोगों ने साफ कहा है कि सोमवार से पहले अगर विभाग ने नोटिस वापस नहीं लिए तो फिर इसकी शिकायत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री एवं जल शक्ति विभाग के मुखिया मुकेश अग्निहोत्री से न्याय दिलाने की गुहार लगाई जाएगी। जिनको नोटिस भेजे गए हैं, उनमें से कुछ एक तो ऐसे हैं, जिनकी दुकान भी नहीं है। वह किसी व्यावसायिक गतिविधि में भी शामिल नहीं है।
सीएम को ज्ञापन भेजने का
जल शक्ति विभाग के नोटिस से खफा लोगों ने भरेडी के हनुमान चौक पर बैठक कर सोमवार के दिन भोरंज एसडीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजने का फैसला लिया है। बैठक में बदले की भावना से कार्रवाई करने वाले अधिकारियों के खिलाफ जांच करने की मांग भी रखी गई है।
30 को मिले हैं नोटिस
जल शक्ति विभाग में भरेड़ी कस्बे में रहने वाले करीब 30 लोगों को नोटिस जारी किए हैं। इनमें जयदेव शर्मा, निर्मल कुमार, करमचंद, देशराज ,जोगिंदर पाल, राकेश कुमार, आशुतोष, ओंकार चंद शर्मा, मनोहर लाल, संजीव कुमार, पवन कुमार, राजेश कुमार बलवीर चंद, यशपाल, वेद प्रकाश, प्रवीण कुमार, प्रताप सिंह और अंबिका प्रसाद शामिल हैं।
भरेड़ी कस्बे सहित सड़क से भी कई मीटर दूर घर बनाकर रह रहे प्रताप ने जल शक्ति विभाग से पूछा है कि मुझे क्यों नोटिस भेजा है। मेरी कोई दुकान भी नहीं है और ना ही पानी का व्यवसायिक उपयोग है। एसडीओ भोरंज को लिखे पत्र में प्रताप ने कहा है कि नोटिस भेजने का कारण स्पष्ट किया जाए।
साहब! पानी मांगने पर कर रहे हैं प्रताड़ित
पपलाह पंचायत के प्रधान अंकुश सैनी ने कहा है कि चंद्र रोज पहले लोगों ने स्थानीय विधायक सुरेश कुमार से कस्बे में पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध करवाने की फरियाद लगाई थी। इसके बाद पानी का टोटा तो काम नहीं हुआ, लेकिन अब विभाग के अधिकारी लोगों को नोटिस देकर के प्रताड़ित करने पर उतारू हो गए हैं।
यह कार्रवाई बदले की भावना से की गई
गरसाहड पंचायत के उप प्रधान विकास ने कहा है कि नोटिस की यह कार्रवाई पूर्ण रूप से बदले की भावना से की गई कार्रवाई है।