सीकर। राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर में दिल दहला देने वाला हादसा पेश आया है। यहां उत्तर प्रदेश के मेरठ के एक परिवार के सात लोग जिंदा जल गए हैं। परिवार सालासर बालाजी के दर्शन कर वापस मेरठ जा रहा था कि उनकी कार में ट्रक (Truck) की चपेट में आने के बाद आग लग गई।
कार में सेंटर लॉक होने के कारण सवार बाहर नहीं निकल पाए
बताया जा रहा है कि कार में सेंटर लॉक होने के कारण सवार बाहर नहीं निकल पाए। इस दर्दनाक हादसे के बाद मेरठ शहर में मातम पसर गया है।
घर वापसी पर माता की चौकी करवाने की थी योजना
घर वापसी पर मेरठ में इस परिवार की माता की चौकी करवाने की योजना थी। मगर इस अभागे परिवार के सदस्यों को क्या पता था कि वे धार्मिक यात्रा से कभी वापस नहीं लौटेंगे।
हादसे ने सब कुछ खत्म कर दिया
पिता नरेंद्र बिंदल की मौत के बाद हार्दिक सभी दायित्वों का निर्वहन कर रहा था। मेरठ के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के शिवशंकरपुरी में हार्दिक का पैतृक आवास है। इसके ऊपर के हिस्से में उसका परिवार और नीचे के हिस्से में ताऊ संत कुमार, ताई कमलेश अपने बेटे सत्यम के साथ रहते हैं। आखिरी बार फोन पर इस अभागे परिवार के सदस्यों ने घर में बताया था कि राजस्थान में जीण माता के दर्शन कर लिए हैं। अब कार से रानी सती के दर्शन के लिए जाएंगे। इसके बाद जो खबर उससे तो सब कुछ खत्म ही हो गया।
शादी से पहले तीर्थ यात्रा का लिया था संकल्प
हार्दिक की कार रुईं लदे ट्रक में की चपेट में आई। कार में सीएनजी लगी थी। हादसे के बाद कार में आग लग गई। कार सेंटर लॉक थी। ऐसे में खुल नहीं पाई। इस कारण से सभी उसमें फंसे रह गए और जान उनकी जान चली गई। हार्दिक के ताऊ ने कहा कि शादी से पहले तीर्थ यात्रा करने का संकल्प लिया था।