शिमला। जिले के रामपुर उपमंडल की बधाल पंचायत के नजदीक शिकारी नाले में भू-स्खलन (landslide) से काफी नुक्सान (Damage) हुआ है। यहां करीब 10 अस्थायी घरों (Houses) (दोगरी) और सेब के बगीचे (Garden) तबाह हो गए। वहीं आसपास के घरों को भी खतरा (Danger) पैदा हो गया है। भू-स्खलन से मलबा और पत्थर गिरने की आवाज (Noise) सुनकर लोग शनिवार रात को घर छोड़कर सुरक्षित स्थान की ओर भागे।
प्रशासन ने बादल फटने की घटना से इंकार किया
लोगों का कहना है कि जिस तरह से आवाजें आ रही थीं, उसे लगा कि जैसे बादल फटा हो। हालांकि प्रशासन ने बादल फटने की घटना से इंकार किया है। बधाल पंचायत के उपप्रधान संजय जिस्टू ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सरकार और प्रशासन से नुक्सान का आकलन करके प्रभावितों को जल्द मुआवजा देने की मांग की है।
पटवारी और अन्य कर्मचारी नुकसान का आकलन कर रहे हैं
उन्होंने कहा कि नाले के आसपास के जिन मकानों को खतरा पैदा हो गया है, उन्हें बचाने के लिए भी ठोस कदम उठाया जाएं। नायब तहसीलदार प्रेम नेगी ने कहा कि शिकारी नाले में भू-स्खलन और चट्टानें गिरने से सेब बगीचों को नुकसान हुआ है। जो मकान खतरे की जद में आए हैं, उनमें रहने वाले लोगों को दूर रहने के निर्देश दिए गए हैं। पटवारी और अन्य कर्मचारी नुकसान का आकलन कर रहे हैं।