भारी बर्फबारी के बीच बर्फ से ढके योग साधना अभ्यास में लीन योगी का वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। इसके साथ ही अटकलों का दौर शुरू हो गया। किसी ने वीडियो को एआई जेनरेटेड बताया तो किसी ने योगी को ही मृत घोषित कर दिया। किसी ने कहा कि यह पुतला है, मनुष्य नहीं।

योगी को मृत घोषित करने वाले वीडियो बनाने वाले पर भी बरस पड़े। उन्होंने कहा कि कम से कम ऐसी अवस्था में तो योगी की वीडियो न बनाई जाए। लेकिन सत्य क्या है, यह हम आपको बताते हैं। यह वीडियो हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की सराज घाटी के ऊंचे पर्वतों पर साधना करने गए सिद्ध योगी सत्येंद्र नाथ का है। उनको लोग ईशपुत्र के नाम से जानते हैं। इनके गुरु ईशनाथ थे। उनका शिष्य होने के कारण इनको लोग ईशपुत्र पुकारते हैं। ईशपुत्र हिमालय की सिद्ध परंपरा के योगी हैं।

यह कौतांतक पीठ के पीठाधीश्वर हैं, जो हिमालय के सिद्धों की एकमात्र पीठ है और देव परंपरा को आधार मान कर चलती है। लगभग एक माह से साधना अभ्यास कर रहे ईशपुत्र के साथ सराज घाटी के पर्वतों पर उनके दो शिष्य भी योग अभ्यास और ध्यान के लिए गए हुए थे। इसी दौरान हिमपात शुरू हो गया और बर्फीला तूफान चलने लगा। शिष्य घबराए, मगर योगी अपने ध्यान में लीन रहे। शिष्यों ने इन पलों को मोबाइल में कैद कर लिया। आपको बता दें कि वर्षों के अभ्यास से ही ऐसा किया जा सकता है। शरीर को बिना अभ्यास के बर्फ के संपर्क में लाना बेहद खतरनाक होता है।

यह भी पढ़े: बस से गिरकर घायल हुआ वृद्ध, टांडा ले जाते समय तोड़ा दम

Exit mobile version