अर्की। उपमंडल की रोहांज-जलाना पंचायत के गांव ग्रेडा (जलाना) की बेटी डॉ. कृष्णा के केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय ( सीएयू) इम्फाल (मणिपुर) में सहायक प्रोफेसर (Assistant professor) बनी हैं। इससे क्षेत्र में खुशी की लहर है। ग्रामीण दुली चंद, चमन, विजय, टेक चंद और रवि ने कहा कि यह उनके गांव के लिए गौरव का विषय है। कृष्णा के पिता चैत राम कृषक (Farmer) व माता चंपा गृहिणी हैं। चैत राम ने कहा कि कृष्णा बचपन से ही पढ़ाई में बहुत होनहार रही हैं। वह हमेशा अपनी कक्षा में प्रथम आती रही है। कृष्णा ने अपनी प्राथमिक शिक्षा सरकारी स्कूल जलाणा से ग्रहण की। उसने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कन्या अर्की से 10वीं और 12वीं की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की।
कृष्णा ने एमएससी में गोल्ड मेडल हासिल किया है
इसके बाद कृष्णा ने वाईएस परमार यूनिवर्सिटी ऑफ हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री नौणी (सोलन) से बीएससी प्रथम श्रेणी (Frist Division) में पास की। कृष्णा ने कर्नाटक की यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर साइंस धनबाद में एमएससी में गोल्ड मेडल हासिल किया। कृष्णा ने 2024 में पीएचडी एफआरआई देहरादून से पास ( Pass) की।
बेटी के इस मुकाम पर पहुंचने पर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं
कृष्णा के पिता ने कहा कि उनके पास संसाधन बहुत ही सीमित थे, पर उन्होंने अपने बच्चों के करियर को बनाने के लिए जी-तोड़ मेहनत की। आज उनकी बेटी के इस मुकाम पर पहुंचने पर वे अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। पंचायत प्रधान सुनीता गर्ग, उप प्रधान जोगेंद्र कौशल, पलोग पंचायत के पूर्व प्रधान योगेश चौहान और जलाना पंचायत के पूर्व उपप्रधान सुनील पंवर ने कृष्णा के माता-पिता को बधाई दी है।