ऊना। सरकारी नौकरी (Government Job) का इंतजार (Wait) खत्म (End) हुआ तो सांसें उखड़ गईं। ऊना जिले के 53 साल के निजी स्कूल के शिक्षक की इच्छा (Wish) अधूरी रह गई।

राकेश कुमार को जब बैचवाइज सरकारी शिक्षक के लिए पत्र मिला तो वह काफी खुश हुआ

मिली जानकारी के अनुसार ऊना जिले के गगरेट क्षेत्र के तहत पड़ते ब्रह्मपुर गांव के राकेश कुमार को जब बैचवाइज सरकारी शिक्षक (Teacher) के लिए पत्र (letter) मिला तो वह काफी खुश हुआ।

सिरमौर जिले के एक स्कूल में ज्वाइन के लिए 10 दिन का समय दिया गया था

उन्हें सिरमौर जिले के एक स्कूल में ज्वाइन करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया था। इससे पहले उन्हें मेडिकल की औपचारिकताओं से गुजरना था। ऐसे में मेडिकल के लिए वह ऊना अस्पताल में गए। वहां दो डॉक्टरों के पैनल से उनकी मेडिकल जांच की।

मेडिकल जांच के दौरान फेफड़ों में ज्यादा संक्रमण का पता चला

अभी तीसरे डॉक्टर से मेडिकल जांच करवानी थी। इस दौरान राकेश कुमार की तबीयत खराब हो गई। उन्हें उपचार के लिए जालंधर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां जांच के दौरान पता चला कि उनके फेफड़ों में ज्यादा संक्रमण है और यह अंतिम चरण में है। इसके बाद उनके फेफड़ों का उपचार शुरू हुआ, मगर इस दौरान उनकी मौत हो गई।

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