23 अप्रैल की रात आसमान में दिखेगा पिंक मून

वैदिक पंचांग के मुताबिक 23 अप्रैल की रात को आसमान में अनौखी खगौलिए घटना होगी।

क्या है पिंक मून

पिंक मून के दौरान चांद पूरी तरह से गुलाबी नहीं दिखता है। चांद जब धरती के  करीब हो और उसी समय पूर्णिमा हो तो पिंक फुल मून होता है।

यह है धार्मिक महत्व

हिंदू धर्म में सूर्य और चंद्रमा का विशेष महत्व हैै। हिंदू कैलेंडर के तुताबिक वर्ष का प्रथम माह चैत्र होता हैै।

ये नाम भी दिए गए हैं

पिंक मून को सुपरमून, एग मून, फिश मून, स्प्राउटिंग ग्रास मून, फसह मून, पक पोया और फेस्टिवल मून के नाम से भी जाना जाता हैै।

पिंक मून दिखने के कारण

अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार साल 1979 में पिंक या सुपर मून पहली बार देखा गया था।

पिंक मून का कोई नुक्सान नहीं

पिंक मून का कोई नुक्सान नहीं होता है। यह सिर्फ एक नाम ही है।इसका नाम अमेरिका और कनाडा में इस मौसम में खिलने वाले एक फूल पर रखा गया है|